हिंदी मेरे देश की भाषा है, लेकिन फिर क्यों आज की पीढ़ी हिंदी बोलने में शर्माती है । दुनिया की भाषा का ज्ञान लेना अच्छी बात है,  पर उसमे अपनी मात्र भाषा को पीछे छोड़ देना बहुत गलत बात है, हमको अपने प्रधानमंत्री जी से सीखना चाहिए ।

हमारे प्रधानमंत्री जी, श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अमेरिका में जाकर मातृभाषा में भाषण दिया था । यह हमारे लिए एक गर्व की बात हैं । कई लोग  तो कहते हैं कि उन्हें इंग्लिश नही आती इसलिए उनके पास विकल्प नहीं था । अगर आपने वो भाषण देखा हैं तब श्री मोदी जी के हाव भाव को जरुर देखे होगे । आपको एहसास होगा कि इंग्लिश नहीं आती यह प्रश्न का उनके दिलो दिमाग में हो ही नहीं सकता जिस सहजता से बुलंद आवाज के साथ उन्होंने अपनी बात रखी थी उसमे गर्व छिपा था । विदेशी धरती पर अपनी मातृभाषा में पुरे आत्मविश्वास के साथ वही एक मंच की शोभा बढ़ा सकता हैं जो सच्चा देशभक्त हैं । हमको अपने प्रधानमंत्री जी पर गर्व है ।

फिर हम क्यों हिंदी बोलने में झिझकते है, बात फिर समाज पर आ जाती है । आज कल समाज में जो अंग्रेजी में बात न करे उसे ऐसे देखते है जैसे इसे कुछ नहीं अाता ।

अरे भाई बहनों हम हिंदुस्तान में रहते है और हिंदी हमरा गौरव है, हिंदी बोलने में शर्म न करे । भाषा व्यक्ति को जोड़ती हैं व्यक्ति को जोड़ने से परिवार बनता हैं परिवारो के जुड़ने से समाज बनता हैं ।

hume hamari matra bhasha hindi pe garv hai

हम को अपनी मात्र भाषा के साथ कोई वेद भाव नही करना चाहिए।

हिन्दी का सम्मान केवल एक दिन यानि हिन्दी दिवस पर ही नहीं हर रोज, और हर पल होना चाहिये । यह हमारी अपनी भाषा है । जितनी अच्छी तरह से हम अपने भाव हिन्दी में व्यक्त कर सकते है किसी अन्य भाषा में नहीं कर सकते ।

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